हिंदी माध्यम से सिविल सेवा की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए वैकल्पिक विषय का चयन एक बड़ी दुविधा के तौर पर होता है | मन में ढेरों सवाल होते हैं- किस विषय से ज्यादा अंक आयेंगे, किस विषय से टॉपर बनते हैं, स्नातक तक पढ़े विषय को वैकल्पिक विषय के तौर पर ले या नहीं इत्यादि |
सिविल सेवा परीक्षा के लिए वर्तमान में एक वैकल्पिक विषय का चयन करना होता है | इस विकल्पिक विषय के 250 अंक के दो प्रश्न पात्र होते हैं | और इस तरह सिविल सेवा की परीक्षा में वैकल्पिक विषय के कुल ५०० अंक है|
उपलब्ध विषयों की सूची -
इतिहास
भूगोल
समाजशास्त्र
लोक प्रशासन
नृविज्ञान
राजनीति विज्ञान एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध
मनोविज्ञान
दर्शन शास्त्र
अर्थशास्त्र
विधि
प्रबंधन
कृषि विज्ञान
पशुपालन एवं पशु चिकित्सा विज्ञान
हिंदी भाषा एवं साहित्य/ संस्कृत भाषा एवं साहित्य/मैथिलि भाषा एवं साहित्य/उर्दू भाषा एवं साहित्य एवं अन्य प्रमुख भारतीय भाषाओं का साहित्य
वनस्पति विज्ञान
रसायन विज्ञान
सिविल इंजीनियरिंग
वाणिज्य तथा लेखा विधि
विद्युत इंजीनियरिंग
भू विज्ञान
गणित
यांत्रिक इंजीनियरिंग
चिकित्सा विज्ञान
भौतिकी
सांख्यिकी
प्राणी विज्ञान
कैसे चयन करे वैकल्पिक विषय का-
इन सारे उपलब्ध विषयों को देखते हुए अपनी शैक्षणिक पृष्ठभूमि और विषयों में रूचि को ध्यान में रखते हुए इन सारे विषयों में से चयन को २-३ विषयों पर केन्द्रित करें |
*सामान्यतः ऊपर के किसी विषय को आपने स्नातक या परास्नातक स्तर पर हिंदी माध्यम में पढ़ा है और आप उस विषय में रूचि रखते हैं तो उस विषय का चयन सर्वोत्तम है |
*अगर आपने ऊपर के विषयों में किसी को स्नातक या परास्नातक स्तर विषय पर पढ़ा है पर उसमे आपकी रूचि नहीं है तो फिर आप ऊपर के लिस्ट से अपनी रूचि की २-३ विषयों की शोर्ट लिस्ट तैयार करे | इन चयनित विषय के सारे टॉपिक देखे, इनके सिविल सेवा के सिलेबस और क्वेश्चन बैंक को देखे | यह अनुमान लगाये की इस विषय को आप ३-६ महीने में अच्छे से तैयार कर सकते हैं या नहीं |
*अगर आप अपने स्नातक या परास्नातक के विषय को वैकल्पिक विषय के तौर पर नहीं ले रहे हैं तो इस बात का भी ध्यान रखे की वैकल्पिक विषय से आपको सामान्य अध्ययन, निबंध पत्र एवं साक्षात्कार में कितनी मदद मिल रही है |
*सामान्य अध्ययन में काफी सहायता पहुचने वाले विषय हैं-
इतिहास, लोक प्रशासन, राजनीति विज्ञान एवं अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध, समाज शास्त्र, नृविज्ञान, भूगोल, अर्थशास्त्र,विधि
*निबंध एवं साक्षात्कार में सहायक वैकल्पिक विषय-
इतिहास, लोक प्रशासन, राजनीति विज्ञान एवं अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध, समाज शास्त्र, नृविज्ञान, भूगोल, अर्थशास्त्र,विधि, दर्शन शास्त्र, मनोविज्ञान, प्रबंधन, हिंदी एवं अन्य भारतीय भाषाओ का साहित्य
इस बात का ध्यान रखें की विषय में आपकी रूचि या उस विषय का आपके द्वारा पहले पढ़ा होने काफी महत्तवपूर्ण घटक हैं | इसके बाद ही सामान्य अध्ययन, निबंध या साक्षात्कार में उस वैकल्पिक विषय से होने वाले लाभ के बारे में सोचे | शार्ट लिस्ट किये हुए २-३ विषयों से आपके परीक्षा में मिलने वाले लाभ-हानि की गणना कर अपने लिए उपयुक्त वैकल्पिक विषय का चयन करें | चयन आपका खुद का होना चाहिए, किसी दवाब में आकर नहीं | चयन के लिए पर्याप्त समय ले और एक अच्छा निर्णय ले |
शुभकामनाओं के साथ,
केशवेन्द्र कुमार