सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में सबसे पहला पेपर भारतीय भाषा का है जिसमे भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किसी भी भाषा को चुना जा सकता है | हिंदी भाषियों के लिए सबसे सुगम विकल्प हिन्दी है | कुछ लोग मैथिली भाषा भी अपनी सुविधानुसार चुन सकते हैं | यह पत्र UPSC की नोटिस के अनुसार दसवीं के स्तर का है मगर वास्तविकता में यह उससे थोडा सा भारी है | वैसे तो इस पत्र के अंक आपके रैंक को निर्धारित करने में कोई भूमिका नहीं निभाते, मगर अगर आप इस पत्र में पास करने हेतु अंक नहीं लाते हैं तो आपके सिविल सेवा में आने के सपने को एक साल का और इंतजार करना पद सकता है | इस पत्र में पास होने पर ही आपके अन्य पत्रों की जांच की जायेगी | इस पत्र की तैयारी के लिए मुख्य बातें मैं संक्षेप में आपके सामने रख रहा हूँ |
वर्तमान में यह पत्र 300 अंकों का है जिसके लिए 3 घंटे का समय निर्धारित है। अर्हक अंक UPSC 2023 की नोटिफिकेशन के अनुसार 25 % है। आत्मविश्वस्त रहने के लिए इस पत्र में कम-से-कम 60 % अंक आ सके, ऐसी तैयारी रखें।
वर्तमान में यह पत्र 300 अंकों का है जिसके लिए 3 घंटे का समय निर्धारित है। अर्हक अंक UPSC 2023 की नोटिफिकेशन के अनुसार 25 % है। आत्मविश्वस्त रहने के लिए इस पत्र में कम-से-कम 60 % अंक आ सके, ऐसी तैयारी रखें।
इस पत्र के वर्तमान पैटर्न में 600 शब्दों में निबंध लिखना होता है जिसकी तैयारी आपको अलग से करने की कोई आवश्यकता नहीं। इसके लिए 100 अंक हैं। यह निबंध पत्र की तैयारी के साथ स्वयमेव तैयार हो जायेगा। वर्ष 2022 में सामान्य हिंदी पत्र में पूछे निबंध इस प्रकार हैं -
नवीकरणीय ऊर्जा - संभावनाएं एवं चुनौतियां
संचार क्रांति का महत्त्व
खेलों का बढ़ता व्यवसायीकरण
खान-पान का स्वास्थ्य पर प्रभाव
फिर , 60 अंकों के गद्यांश आधारित प्रश्न हैं जिन्हें बनाने में ज्यादा परेशानी नहीं होनी चाहिए। सामान्यतः, यदि आप अच्छे पाठक हैं तो ये प्रश्न आपके लिए चुटकी बजाते हल होनेवाले हैं। और, प्रारंभिक परीक्षा में सी-सैट में भी आप गद्यांश आधारित प्रश्नों की तैयारी कर चुके होते हैं।
अगला खंड है दिए गए गद्यांश का एक तिहाई शब्दों में संक्षेपण लिखने का। इसके लिए भी 60 अंकों का प्रावधान है। इसके लिए थोड़ा अभ्यास वांछनीय हैं।
फिर 20 अंकों का अंग्रेजी से हिंदी और 20 अंकों का हिंदी से अंग्रेजी अनुवाद है। यह खंड कुछ विद्यार्थियों को थोड़ा भारी लग सकता है पर चूँकि यह पत्र क्वालीफाइंग है, इसलिए किसी कमजोर खंड को लेकर आप फ़िलहाल तनावग्रस्त न हों। हालांकि, वर्तमान में संपर्क भाषा के तौर पर ठीक-ठाक अंग्रेजी जानना आपके आत्मविश्वास के लिए अच्छा है।
इसके बाद का 40 अंकों का खंड हिंदी व्याकरण का है। मुहावरों का वाक्य में प्रयोग, वाक्यों को शुद्ध करके लिखने जैसे सवाल, पर्यायवाची शब्द, श्रुति सम भिन्नार्थक शब्दों के वाक्य प्रयोग द्वारा अर्थान्तर स्पष्ट करने जैसे 10-10 अंको के चार सवाल आते हैं।
इस पत्र की तैयारी के लिए डॉ वासुदेवनन्दन प्रसाद की आधुनिक हिंदी व्याकरण और रचना या कोई भी अन्य समकक्ष हिंदी व्याकरण एवं रचना की पुस्तक ली जा सकती है। पुस्तक से सब कुछ तैयार करने की जगह निर्धारित पाठ्यक्रम पर ध्यान केंद्रित करें।
कुल मिलाकर हिंदी भाषी विद्यार्थियों के लिए यह एक सरल पत्र है। मगर इसको हलके में लेने की भूल मत करें। अगर इस पत्र में पास मार्क नहीं, तो आपके सिविल सेवा का सपना टूट सकता है।