मुख्य परीक्षा के निबंध पत्र के बारे में बहुत सारे छात्र शंकित रहते हैं की क्या लिखना है और कैसे लिखना है? बहुत सारे छात्र इस पत्र को गंभीरता से नही लेते पर यह ध्यान रखे की निबंध पत्र के अंक बहुत बार आपकी सफलता को निर्धारित करते हैं। निबंध में 200 में कोई 50 अंक लाता है तो कोई 150। अब आप सोच सकते हैं की निबंध के अंकों का क्या महत्व है? वर्ष 2013 से नए बदलावों के साथ निबंध पत्र के अंक 250 कर दिए जाने से इसकी महत्ता और आपको सफलता दिलाने में इस पत्र की भूमिका और भी बढ़ गयी है |
निबंध पत्र के साथ एक और दिक्कत जो छात्रों के सामने आती है वो यह है की पुराने प्रश्नपत्र उपलब्ध नही हो पाते। वैसे, अब यूपीएससी की वेबसाइट पर कुछ वर्षों के निबंध के प्रश्न पत्र उपलब्ध है | खैर जहाँ तक निबंध के विषयों की बात है तो सामान्यतः 6 दिए गए विषयों में आपको किसी एक विषय पर 3 घंटों में एक निबंध लिखना होता है। पिछले वर्ष बस 4 विषयों का ही विकल्प दिया गया था शब्द- सीमा का कोई उल्लेख नही होता पर सामान्यतः अपने निबंध को 2500 शब्दों के आस-पास रखे |
वर्ष 2015 से नए पैटर्न में 1000-1200 शब्दों में दो निबंध लिखने हैं | खंड क में चार विषयों में से किसी एक पर और फिर खंड ख के चार विषयों में से किसी एक पर निबंध लिखना है |
निबंध के विषयों में काफी विविधता होती है और हर एक निबंध अलग-अलग क्षेत्र से होता है। सो यहाँ हर किसी के लिए गुंजाईश है। सामान्यतया समसामयिक मुद्दे, भारतीय समाज और अर्थव्यवस्था से जुड़े मुद्दे, अंतर्राष्ट्रीय मुद्दे, सामाजिक मुद्दे, साहित्यिक- दार्शनिक -चिन्तनपरक विषय से निबंध के विकल्प दिए जाते हैं | आपको देखना है की आप किस विषय पर सबसे अच्छा और सबसे हटकर अपने आपको अभिव्यक्त कर सकते हैं।
निबंध लिखने की शैली की जहाँ तक बात है तो वो हर किसी के लिए अलग-अलग होती है। आपको अपनी शैली ख़ुद से निखारनी होगी। बेहतर यह है की आप एक नोटबुक बनाकर उसमे निबंध के लिए महत्वपूर्ण 10-15 सदाबहार मुद्दे और 20-25 समसामयिक मुद्दों के लिए ढांचा तैयार करले। इसके अर्न्तगत आप सामान्य अध्ययन में दिए गए कुछ सामाजिक मुद्दों, पर्यावरण सम्बंधित मुद्दों को भी निबंध के लिए तैयार कर ले सकते है। आपको चुने हुए विषयों पर जो भी जानकारी पत्र-पत्रिकाओं या किताबों से मिलती है उसे आप अपनी नोटबुक में जगह देते चले। जरुरी आंकड़े, उद्धरण, काव्य पंक्तियाँ, वर्त्तमान व सटीक उद्धरण ये सब जहाँ से भी मिले उसे आप सम्बंधित निबंध के अर्न्तगत नोट करते चले।
साथ ही, किसी भी विषय पर मौलिक, तार्किक सोचने और अपने विचारों को सरल-सहज प्रवाहमयी भाषा में प्रभावी ढंग से रखने के लिए मेहनत करे | यह न केवल आपको निबंध के पत्र एवं सामान्य अध्ययन के दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों को हल करने में मदद करगी वरन जीवन में भी पग-पग पर आपकी मदद करेगी |
निबंध पत्र के लिए कुछ जरुरी पत्र - पत्रिकाओं की सूची मैं दे रहा हूँ-
*कुरुक्षेत्र
*योजना
*विज्ञान प्रगति
*आहा, जिन्दगी
*कथन (त्रैमासिक)
*इंडिया टुडे, आउटलुक के कुछ महत्वपूर्ण अंक
* हिन्दू पत्र एवं फ्रंटलाइन (दोनों अंग्रेजी के हैं) के आलेख
*सिविल सेवा से सम्बंधित पत्रिकाओं के आलेख
* समाचार पत्रों के सम्पादकीय पृष्ठ के आलेख।
यह सूची आरंभिक मार्गदर्शन के लिए है, जैसे- जैसे आप अपनी तैयारी में गहरे उतरते जायेंगे, आपको ख़ुद-बखुद जरुरी-गैरजरूरी का फर्क समझ अत जाएगा। हंस की तरह नीर-क्षीर विवेक आपको सूचनाओं के ढेर और भाषा की भूलभुलैयाँ में से अपने कम की सामग्री चुनने में मदद करेगा। और हाँ, सीधी- सादी दिल को छू जाने वाली भाषा में लिखे। परीक्षक भी आपसे प्रसन्न हुए बिना नही रह पायेगा.
निबंध पत्र के साथ एक और दिक्कत जो छात्रों के सामने आती है वो यह है की पुराने प्रश्नपत्र उपलब्ध नही हो पाते। वैसे, अब यूपीएससी की वेबसाइट पर कुछ वर्षों के निबंध के प्रश्न पत्र उपलब्ध है | खैर जहाँ तक निबंध के विषयों की बात है तो सामान्यतः 6 दिए गए विषयों में आपको किसी एक विषय पर 3 घंटों में एक निबंध लिखना होता है। पिछले वर्ष बस 4 विषयों का ही विकल्प दिया गया था शब्द- सीमा का कोई उल्लेख नही होता पर सामान्यतः अपने निबंध को 2500 शब्दों के आस-पास रखे |
वर्ष 2015 से नए पैटर्न में 1000-1200 शब्दों में दो निबंध लिखने हैं | खंड क में चार विषयों में से किसी एक पर और फिर खंड ख के चार विषयों में से किसी एक पर निबंध लिखना है |
निबंध के विषयों में काफी विविधता होती है और हर एक निबंध अलग-अलग क्षेत्र से होता है। सो यहाँ हर किसी के लिए गुंजाईश है। सामान्यतया समसामयिक मुद्दे, भारतीय समाज और अर्थव्यवस्था से जुड़े मुद्दे, अंतर्राष्ट्रीय मुद्दे, सामाजिक मुद्दे, साहित्यिक- दार्शनिक -चिन्तनपरक विषय से निबंध के विकल्प दिए जाते हैं | आपको देखना है की आप किस विषय पर सबसे अच्छा और सबसे हटकर अपने आपको अभिव्यक्त कर सकते हैं।
निबंध लिखने की शैली की जहाँ तक बात है तो वो हर किसी के लिए अलग-अलग होती है। आपको अपनी शैली ख़ुद से निखारनी होगी। बेहतर यह है की आप एक नोटबुक बनाकर उसमे निबंध के लिए महत्वपूर्ण 10-15 सदाबहार मुद्दे और 20-25 समसामयिक मुद्दों के लिए ढांचा तैयार करले। इसके अर्न्तगत आप सामान्य अध्ययन में दिए गए कुछ सामाजिक मुद्दों, पर्यावरण सम्बंधित मुद्दों को भी निबंध के लिए तैयार कर ले सकते है। आपको चुने हुए विषयों पर जो भी जानकारी पत्र-पत्रिकाओं या किताबों से मिलती है उसे आप अपनी नोटबुक में जगह देते चले। जरुरी आंकड़े, उद्धरण, काव्य पंक्तियाँ, वर्त्तमान व सटीक उद्धरण ये सब जहाँ से भी मिले उसे आप सम्बंधित निबंध के अर्न्तगत नोट करते चले।
साथ ही, किसी भी विषय पर मौलिक, तार्किक सोचने और अपने विचारों को सरल-सहज प्रवाहमयी भाषा में प्रभावी ढंग से रखने के लिए मेहनत करे | यह न केवल आपको निबंध के पत्र एवं सामान्य अध्ययन के दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों को हल करने में मदद करगी वरन जीवन में भी पग-पग पर आपकी मदद करेगी |
निबंध पत्र के लिए कुछ जरुरी पत्र - पत्रिकाओं की सूची मैं दे रहा हूँ-
*कुरुक्षेत्र
*योजना
*विज्ञान प्रगति
*आहा, जिन्दगी
*कथन (त्रैमासिक)
*इंडिया टुडे, आउटलुक के कुछ महत्वपूर्ण अंक
* हिन्दू पत्र एवं फ्रंटलाइन (दोनों अंग्रेजी के हैं) के आलेख
*सिविल सेवा से सम्बंधित पत्रिकाओं के आलेख
* समाचार पत्रों के सम्पादकीय पृष्ठ के आलेख।
यह सूची आरंभिक मार्गदर्शन के लिए है, जैसे- जैसे आप अपनी तैयारी में गहरे उतरते जायेंगे, आपको ख़ुद-बखुद जरुरी-गैरजरूरी का फर्क समझ अत जाएगा। हंस की तरह नीर-क्षीर विवेक आपको सूचनाओं के ढेर और भाषा की भूलभुलैयाँ में से अपने कम की सामग्री चुनने में मदद करेगा। और हाँ, सीधी- सादी दिल को छू जाने वाली भाषा में लिखे। परीक्षक भी आपसे प्रसन्न हुए बिना नही रह पायेगा.