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रविवार, 24 फ़रवरी 2013

UPSC CIVIL SERVICE INTERVIEW 2013,

सिविल सेवा २०१२ की मुख्य परीक्षा का परिणाम आ चुका है. सबसे पहले तो मैं उन सफल प्रतिभागियों को बधाई देना चाहूँगा जिनके नाम सफल लोगों की सुनहरी सूची में है. और, उन लोगों से जिन्हें इस बार सफलता नही मिली है, उनसे मैं यही कहना चाहूँगा की फिर से एक ईमानदार कोशिश करे- स्वविश्लेषण कर अपनी तैयारी की कमजोरियों को दूर करे और याद रखे कि- कोशिश करने वालों की हार नहीं होती.

सफल प्रतिभागियों के पास समय वाकई कम है. अगले महीने से ही साक्षात्कार शुरू हो रहे हैं और इसी थोड़े समय में आपको अपने व्यक्तित्व में धार लगानी है. आपको साक्षात्कार बोर्ड के सामने अपने आपको सम्पूर्णता में सामने रखना है अपनी मानवीय खूबियों-खामियों के साथ. मेरी सलाह यही है की चिंता में अपना सर खुजाने की जगह उपरवाले का शुक्रिया अदा करते हुए आगे की तैयारियों में जुट जाये.

साक्षात्कार की औपचारिकताओं पर मेरी एक पुरानी पोस्ट ब्लॉग पर मौजूद है. ये चीजें महत्वपूर्ण है पर बहुत ज्यादा नहीं. साक्षात्कार बोर्ड के लोग आप सिविल सेवा के लिए कितने उपयुक्त है, इसे जांचने-परखने के लिए बैठे हैं. इसलिए आपके अन्दर क्या है, यह उनके लिए ज्यादा मायने रखता है. हालांकि, बाहरी व्यक्तित्व भी गरिमामय हो, इस बात का ध्यान रखना जरुरी है.

तो, साक्षात्कार के दिन क्या पहनना है, किस तरह के कपड़े आपके व्यक्तित्व की सही  झलक देंगे, प्रमाणपत्र, बायोडाटा जैसी आवश्यक  औपचारिकताए ३-४ दिनों के अन्दर निपटा ले. इनके बाद आपको अपने साक्षात्कार के केंद्र बिंदु पर ध्यान देना है.

सबसे पहले आपने प्राथमिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा के फॉर्म को भरने में जो जानकारियां भरी हैं, उनकी एक कॉपी ले अपनी एक डायरी या नोट बुक में साक्षात्कार के संभावित टॉपिक का चयन करे.

कुछ संभावित टॉपिक इस प्रकार हैं-

१. आपकी शैक्षिक पृष्ठभूमि - आपने जिस विषय से स्नातक एवं उससे ऊपर का अध्ययन किया है उसकी एक स्तरीय जानकारी होना आपके लिए जरुरी है. वर्तमान में उस विषय से जुड़े मुद्दे जो ख़बरों में हो उसकी भी जानकारी आपके लिए अनिवार्य है.

२. आपकी पारिवारिक पृष्ठभूमि

३. आपका गृह राज्य- उसका इतिहास-भूगोल-राजनीति-कला-संस्कृति और वहां वर्तमान में चर्चा में रही ख़बरें जो राष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा में रही हो .

४. आपका गृह जिला- वहां की खास बातें, वहां का प्रशासन, अगर आपको वहां का जिला कलक्टर या पुलिस कप्तान का कार्यभार दिया जाये तो क्या बदलाव लायेंगे.

५.अगर आप कही दुसरे राज्य में कार्य कर रहे हैं तो उस राज्य और जिले के बारे में भी महत्वपूर्ण जानकारियां जुटाना जरुरी है. जैसे पश्चिम बंगाल के छात्रों या वहां काम कर रहे लोगों के लिए विवेकानंद एवं रामकृष्ण मिशन, नक्सलवाद, बंगाल का विकास, बंगलादेशी शरणार्थियों और आप्रवासियों की समस्या जैसे मुद्दे पर विस्तृत जानकारी जरुरी है.

६,भारत के इतिहास, भूगोल, वर्तमान, भविष्य, यहाँ की कला-संस्कृति-सभ्यता- धर्म-साहित्य- प्रशासन-राजनीति जैसे मुद्दों पर आपके पास समुचित जानकारी होनी चाहिए.

७.अंतर्राष्ट्रीय संबध -खासकर भारत के विदेश संबंधों के बारे में आपकी स्पष्ट राय होनी चाहिए. अभी खासकर श्रीलंका, पाकिस्तान, ईरान, उत्तर कोरिया, मालदीव, चीन, अमेरिका, ब्रिटेन जैसे देशों के संबंध के बारे समुचित जानकारी जुटाए,

८.आपने सेवाओं की जो प्राथमिकता दी है, उसके स्पष्ट और तर्कपूर्ण उत्तर आपके पास होने चाहिए. और आपके उत्तरों से ऐसा नही लगना चाहिए की आप किसे सर्विस को कम करके आंक रहे हैं .
उदाहरण के लिए यदि आपकी पहली प्राथमिकता आईएएस और दूसरी आईएफएस है तो उसका कारण आपसे पूछा जा सकता है. अगर आपने कुछ अनोखी प्राथमिकताएँ दी है, तो सवाल पूछे जाने की संभावनाएं ज्यादा होती है. जैसे किसी की प्रथम चॉइस अगर IRS या आईपीएस हो तो 'क्यूँ 'का आपके पास संतोषजनक उत्तर होना चाहिए.

९. राज्यों की प्राथमिकताओं पर भी सवाल हो सकते हैं. ईमानदार जवाब काफी है. हर किसी के अपने गृह राज्य या नजदीक के राज्य या पसंद के राज्य में जाने के अपने -अपने कारण होते है. उसे विश्वस्तपूर्ण रूप में बताना काफी है. हाँ, बोर्ड को ये नही लगना चाहिए की आप समस्याग्रस्त राज्यों से भागने की चेष्टा कर रहे हैं.

१०. बजट के बारे में मुख्य जानकारियां आपके पास होनी चाहिए.

११. समसामयिक मुद्दों  जैसे CAG, भ्रष्टाचार, बलात्कार, महिलाओं के विरुद्ध अपराध, जनांदोलन का बदलता स्वरुप जैसे मुद्दों पर आपके पास एक संतुलित और तार्किक राय होनी चाहिए. अति से बचे. हमेशा ध्यान रखे की विचारों में बुध्ध के मध्यम  मार्ग का पालन हमेशा श्रेयस्कर होता है. मूल्यों पर अटल रहे पर विचारों में लचीलापन बनाये रखे. आपके खुद के विचार समय के साथ कैसे बदलते हैं , इसका विश्लेषण करने पर आप इस बात की उपयोगिता समझ पाएंगे. अपने विचारों के साथ दूसरों (बोर्ड के सदस्यों ) के विचारों का भी आदर करे और हठधर्मिता से बचे.

१२. पाठ्येतर गतिविधियों में अगर आपकी सहभागिता रही है तो उसके बारे में पूरा जानकारी जुटा कर रखे.

१३. आपने फॉर्म में जो शौक फरमाए हैं(HOBBY) वो आपको शौक न दें, इसका ख्याल रखे. हॉबी से साक्षात्कार  में ढेर सारे सवाल आने की आशा रख सकते हैं. इसलिए, हॉबी में आपने जो- जो विषय दिए हैं, उसके बारे में आपके पास पूरी जानकारी होनी चाहिए. जैसे, अगर आपने किताबें पढना अपनी हॉबी में दिया है तो हाल में पढ़ी अच्छी किताबों के बारे में, आपके प्रिय लेखक एवं कवि के बारे में आपको जानकारी होनी चाहिए.  आपको साहित्यिक फेस्टिवल एवं पुस्तक मेलों के आयोजन के बारे में भी जानकारी होनी चाहिए. हॉबी पर मैंने एक विस्तृत आलेख दिया है जिसे आप एक बार देख सकते हैं.

१४.बहुत सारे परिस्थिति वाले सवाल आपसे पूछे जा सकते हैं जैसे-
   --अगर आप किसी नक्सल प्रभावित जिले में पोस्टेड हो तो नक्सलवाद से निपटने के लिए क्या कदम उठाएंगे?
---आपको ऐसे जिले में पोस्टिंग मिली है जहाँ पेयजल की भारी समस्या है, आप उससे कैसे निपटेंगे?
---आपके जिले में भूकंप या चक्रवात या बाढ़ जैसी कोई प्राकृतिक आपदा आने की चेतावनी मिली है. आप क्या-क्या कदम उठाएंगे?

इन सारे मुख्य विषयों पर पूछे जा सकने वालों सवालों की खुद से सूची बनाये और उनके जवाब तैयार करे. अपने साथियों के साथ पूरी गंभीरता से छद्म साक्षात्कार की तैयारी करे. जरुरत लगे तो कोचिंग संस्थाओं के छदम साक्षात्कार बोर्ड की सहायता भी ले सकते हैं. पत्रिकाओं से सफल प्रतिभागियों के साक्षात्कार पढ़े. उनसे आपको साक्षात्कार में पूछे जा सकने वाले प्रश्नों की विविधता का अंदाजा लगेगा. साक्षात्कार पर कुछ स्तरीय बुक भी ले सकते हैं. पत्रिकाओं में कम्पटीशन सक्सेस रिव्यु के साक्षात्कार वाले कॉलम और विश्लेषण से आपको काफी सहायता मिलेगी.


साक्षात्कार में नपे- तुले शब्दों में जवाब देना श्रेयस्कर है. जितना पूछा जाये, उतना ही जवाब दे. साक्षात्कार बोर्ड के सभी सदस्यों की और देखते हुए आई कांटेक्ट बनाये रखते हुए जवाब दे.

चेहरे पर स्वाभाविक सहज मुस्कान बनाये रखे. चेहरे पर चिंता या घबराहट को नहीं झलकने दें. काफी सहजता से साक्षात्कार के सहज प्रवाह में बहते चले.

जिस सवाल का जवाब न आता हो, ईमानदारी के साथ बोर्ड को बताये कि आपको उस सवाल का जवाब पता नहीं है. और आप उस बारे में जानकारी हासिल करेंगे.

अपनी तरफ से इन्ही शब्दों के साथ मैं आप लोगों की सफलता की दुआ करते हुए आप लोगों से विदा लेता हूँ. ढेर सारी बधाइयाँ और शुभकामनाएँ.


 

बुधवार, 31 मार्च 2010

UPSC Interview--HOBBIES

Dear Friends,

In this post, I would like to discuss the importance of hobbies for your interview. Let me tell you one thing, that sometimes your hobby section may be deciding factor of your interview.

For example, I am telling you about my interview experience in 2008. I had given 7 hobbies in my interview form namely, Diary writing, Poetry, Meditation, Inspiring others, Social Service, Enjoying  company of Nature and participating in debates. My interview begin with my Hobby and the last question was also on hobby. Questions on hobby formed one third of my interview. And, for my Interview, I got 210 marks, quite good for a first timer.

Parveen Talha was chairperson. She started with the question that what you write in your diary? I gave a small but complete reply. Then she asked me to name one famous diary. Initially, I started with diaries of Hindi Writers but she interrupted me and said that tell me about  any world famous diary. Suddenly, I remembered Anne Frank's Diary and I named it. I think that madom was also thinking about the same book. So, there was broad simle on her face. Then she asked me 4-5 questions regarding this Diary like who wrote it, where, how etc. Fortunately, I had read this Book in 2006 so I gave satisfactory answers to those questions.

Then madom turned to my next Hobby and told me that You write poems. Recite 4 lines of your poem. I boldly said that I would like to share my full poem because in 4 lines, the board would not be able to make out any sense.  Madom gave her permission with smile. Then I recited one of my Hindi Poem "Majboori ka Naam Mahatma Gandhi". I am giving this poem below-

मज़बूरी का नाम महात्मा गाँधी




पता नही कब से मज़बूरी का

नाम महात्मा गाँधी है

हर मुश्किल में हर बेबस की

ढाल महात्मा गाँधी है.



अक्सर इस जुमले को सुनते-

सुनते मन में आता है -

गाँधी जी का मज़बूरी से

ऐसा भी क्या नाता है?



ऑफिस की दीवारों पर

गाँधी की फोटो टंगी-टंगी

बाबुओं का घूस मांगना

देखा करती घडी- घडी.



चौराहों- मैदानों में

बापू की प्रतिमा खड़ी- खड़ी

नेताओं के झूठे वादे

सुनती विवश हो घडी-घडी .



गाँधी का चरखा, गाँधी की

खड़ी आज अतीत हुई,

गाँधी के घर में ही देखो

गोडसे की जीत हुई.



गाँधी जी की हिन्दुस्तानी

पड़ी आज भी कोने में,

गाँधी के प्यारे गांवों में

कमी न आयी रोने में.



नोटों पर छप, छुपकर गाँधी

सब कुछ देखा करते हैं

हर कुकर्म का, अपराधों का

मन में लेखा करते हैं.



गाँधी भारत का बापू था,

इंडिया में उसका काम नही,

मज़बूरी के सिवा यहाँ होठों पर

गाँधी नाम नही.



इतना कुछ गुन-कह-सुन मैंने

बात गांठ यह बंधी है-

गाँधी होने की मज़बूरी का ही

नाम महात्मा गाँधी है.

When I was reciting this poem, there was pin-drop-silence in the Interview room and all members were listening to it very sincerely. When I finished this Poem, Parveen Talha  took one link from this poem and came to corruption in government offices. She asked me that you know the reality, even then why you want to become part of this system. I replied with smile that I want to clean the system. Then she asked-how? I gave a detailed answer for that.

After that, there were some questions regarding the District where I was working, about International relations(My one optional was Political science) about Development scenario in India, about Indian Freedom struggle etc.  In the end, final question was on Hobby again. One board member asked that you have written Social Service as your hobby. Could you explain that how social service is your hobby?
I was associated with one Grass-root NGO named Titli in Birbhoom, W.B. This NGO works for educating Child labours and children of sex workers. I told them about my experiences in working with this NGO and they were very moved by this. Again one member asked that How will you continue this hobby once you come into this service. I told them if a administrator takes care of efficient and honest implementation of all the Government welfare projects, that will be the greatest social service. They were fully satisfied and agree.

I would like to share experience of one of my batchmates who socred highest marks in interview in 2008 IAS examination, Lalita Lakshmi. She is a gifted singer and has good knowledge of classical music. In her previous interviews, she gave classical music as her hobby. So, normally board went for questions regarding classical music, its masters etc. Then, she gave SINGING as her hobby. Chairperson was Balaguruswami. They asked her to sing. She sang one Song written by great Tamil Poet Subhramanyam Bharti in Tamil. She scored 249 and her hobby played its part in it.

So, I suggest all candidates that prepare about the hobbies you have written in interview forms very sincerely. You should be clear about that what is this hobby, if any other famous person has this hobby, how you will continue your hobby in future, how your hobby benefitting you. Prepare all possible questions regarding your hobby and their possible answers. Remember that when u r talking about your hobby, there should be happiness and relaxation on your face.

If you have any specific doubts, let me know. I would try my best to give meaningful suggestions.
Best of Luck.