साथियों, यूपीएससी की
प्राथमिक परीक्षा के दिन अब करीब आ गये हैं | मई की इस भीषण गर्मी में तापमान के
दवाब के साथ इस परीक्षा का दवाब काफी भारी होता है, इसे मैं अपने अनुभव से जानता
हूँ | हालाँकि, इस परीक्षा में भाग ले रहे सभी साथियों को मैं सुझाव दूंगा कि आप
अपने आप पर मौसम की गर्मी या परीक्षा की टेंशन को हावी न होने दें और सहज और संयत
भाव से इस परीक्षा को लें | बुद्ध पूर्णिमा आपके परीक्षा के ठीक इक दिन पहले है और
महात्मा बुद्ध के शब्दों को उधार लेते हुए कहूं तो कहूँगा-
”यूपीएससी की परीक्षा
की तैयारी में कष्ट है, इस कष्ट से बचने का उपाय है और सम्यक तरीके से
सफलता-विफलता के सुख- दुःख से परे होकर निरपेक्ष भाव से इसकी
तैयारी करने से आप इस दुःख से बच सकते हैं |”
साथियों, आप में से जो लोग
यूपीएससी की सिविल सेवा प्राथमिक परीक्षा में २६ मई को शामिल हो रहे हैं, उनके लिए
कुछ परीक्षा पूर्व और परीक्षा हॉल की नसीहतें लेकर मैं आप लोगों के सामने हाजिर
हूँ-
परीक्षा से पहले
*आप लोग सिलेबस का पर्याप्त
अध्ययन कर चुके होंगे | वैसे भी प्राथमिक परीक्षा का सीसैट और सामान्य अध्ययन पत्र
सिलेबस के दायरों से छलक-छलक पड़ती है | इसलिए कितनी भी तैयारी करने के बाद आप
आश्वस्त नहीं रह सकते कि आपकी तैयारी सम्पूर्ण है | इसलिए अब जितनी भी तैयारी की
है, उससे संतुष्ट होकर अपने मन को आश्वस्त रक्खें |
*रिविजन यानि पढ़े हुए का
बार-बार दुहराव इस समय काफी महत्तवपूर्ण है | प्राथमिक परीक्षा में समझ के साथ-साथ
आपकी याददाश्त की भी परीक्षा होती है | बहुत सारे तथ्यात्मक प्रश्नों में आपकी
स्मरण शक्ति ही साथ देगी | इसलिए अपने बनाये हुए शोर्ट नोट्स, सामान्य अध्ययन की
पत्रिकाओं के पिछले साल-डेढ़ साल के अंक, प्रतियोगिता दर्पण की अर्थशास्त्र एवं
समसामयिकी वार्षिकी, प्रकाशन विभाग की भारत वार्षिकी का त्वरित दुहराव करें |
दुहराव में इस बात का ध्यान रखे कि आप अपनी मेमोरी की टेस्ट ले रहे हैं, अतः पाठ
या चैप्टर को शब्दशः पढ़ना जरुरी नहीं है | किसी भी टॉपिक को देख कर उसके मुख्य
तथ्यों को रिकॉल करें, यदि आप उसके मुख्य तथ्यों को रिकॉल कर पा रहे हैं तो उस
टॉपिक को सरसरी निगाह से देखते हुए आगे बढ़ चले | यदि सारे तथ्य नहीं याद आ रहे हों
या आपको कन्फ्यूजन हो रहा हो तो फिर उस टॉपिक को थोड़ी गहराई से पढ़ सारी शंकाओं को
दूर करे और फिर आगे बढे |
* इन्टरनेट का अब परीक्षा
तक कम- से- कम इस्तेमाल करें |
* सामान्य अध्ययन और सीसैट
के उन भागों पर ज्यादा ध्यान दे जिसमें आप अपने को मुश्किल में महसूस कर रहे हैं |
इतिहास, प्रशासन एवं संविधान, समसामयिकी, भारतीय अर्थव्यवस्था जैसे तथ्य बहुल
अंगों का दुहराव अभी ज्यादा काम आएगा | सामान्य
अध्ययन के प्रश्न पत्र की प्रवृत्ति को देखते हुए विषय पर गहरी पकड़ जरुरी है |
सतही ज्ञान से अब काम नहीं चलने वाला है |
*परीक्षा की पूर्व संध्या
से अपने मन को शांत रखे, रात में अच्छे से नींद ले और अगली सुबह अपने आप को
सकारात्मक और सफलता प्राप्ति के विचारों से भरते हुए परीक्षा के लिए जाये |
परीक्षा के दिन एवं परीक्षा
भवन में
*परीक्षा के लिए आवश्यक सभी सामग्रियों (एडमिट कार्ड, बॉल पेन, घड़ी ) के साथ
समय से परीक्षा भवन पहुंचे | परीक्षा भवन में समय से लगभग एक घंटा पूर्व पहुचने से
निश्चिन्त रहेंगे |
*परीक्षा हॉल पर अपने
साथियों से अनावश्यक बात करने में मशगूल न हों, हो सकता है कि किसी की निराशा भरी
बात आपको भी संशयग्रस्त कर जाये | अपने में मगन रहे |
* अगर परीक्षा केंद्र पर
बिना टेंशन के पढ़ सके और काफी समय रहते आप वहां पहुचे हैं तो कोई एकांत कोना तलाश
कर अपने शोर्ट नोट्स को सरसरी नजर देखे या फिर किसी भी स्तरीय समसामयिकी वार्षिकी
को इक नजर देखे | इसका उद्देश्य बस समय बिना टेंशन के बिताना है | अगर आपको टेंशन
हो रही हो तो शांत कोने में आराम से बैठ कर लम्बी-गहरी सांसें लेते हुए मन को
समझाए कि आप परीक्षा में अपनी तैयारी के हिसाब से काफी अच्छा परफॉर्म करेंगे |
*गर्मी को ध्यान में रखते
हुए पानी की बोतल अपने पास में रखे, मन हो तो उसमे ग्लूकोस मिला कर रखे | बहुत बार
एग्जाम हॉल में आपको टेंशन की वजह से गला सूख रहा महसूस होगा और आप समय की तंगी की
वजह से अपनी जगह से उठ कर पानी पीने की ज़हमत में अपना समय बर्बाद करना नहीं
चाहेंगे | अतः बेहतर है कि आप पानी की बोतल अपने पास रखे |
* नेगेटिव मार्किंग को
ध्यान में रखते हुए जिन प्रश्नों के बारे में थोडा भी पता न हो, उन्हें छोड़ देना
ही बेहतर है | हां, अगर आप ४ विकल्पों में से दो या इक विकल्प के सही उत्तर न होने
के बारे में श्योर हों तो फिर इंटेलीजेंट गेस कर सकते हैं | सीसैट के निर्णय
क्षमता वाले प्रश्न में नेगटिव मार्किंग नहीं है, अतः उस खंड के सारे प्रश्न हल
करे |
* यूपीएससी के द्वारा
अंग्रेजी में सेट प्रश्नों के मशीनी हिंदी अनुवाद की समस्या को देखते हुए, यदि
किसी भी प्रश्न को समझने में दुविधा हो तो उसके अंग्रेजी प्रश्न को देखना
व्यावहारिक होगा | यूपीएससी के कॉम्प्रिहेंशन के खंड में हिंदी अनुवाद में पिछले
प्रश्नों में (मैंग्रूव वन ) भयंकर भूल मैंने खुद देखी है |
* प्राथमिक परीक्षा के प्रश्न पत्र १(सामान्य
अध्ययन ) में प्रश्नों की प्रवृत्ति का ध्यान से अध्ययन करें | सामान्यतः अब हर
प्रश्न के उत्तर में ३-४ कथन होते हैं और फिर उन कथनों में कौन-कौन से सही हैं, यह
आपको उत्तर में बताना होता है | इसलिए इन प्रश्नों को ध्यान से पढ़कर क्या पूछा गया
है, इसके बारे में कन्फर्म होकर फिर ध्यान से विकल्पों को देखे और सही विकल्प चुने
|
*प्रश्न पत्र २ में
परिच्छेद पर आधारित प्रश्नों में आपके उत्तर सिर्फ परिच्छेद पर आधारित होने चाहिये
| इन प्रश्नों की बहुसंख्या को देखते हुए इनमें अच्छा प्रदर्शन आपके सफलता का पथ
प्रशस्त करेगा |
* कथन या आंकड़ों या चित्र के आधार पर निष्कर्ष निकलने वाले प्रश्नों में
आपकी विश्लेषण क्षमता का टेस्ट है | इन प्रश्नों की संख्या भी अच्छी-खासी है |
इन्हें समय देते हुए आराम से बनाये |
* गणितीय योग्यता एवं
मानसिक योग्यता परिक्षण के प्रश्न काफी सावधानी और समझ-बूझ के साथ बनाये |
*अंग्रेजी भाषा की योग्यता
को जांचने वाले परिच्छेद पर आधारित 8 प्रश्नों में अंग्रेजी भाषा और व्याकरण का
विशेष ख्याल रखे |
* निर्णय क्षमता वाले प्रश्नों
में ध्यान रखे कि आपके निर्णय भारतीय संविधान के अनुरूप हों, नेचुरल जस्टिस के
सिद्धांत का पालन करते हों और जनकल्याण में हो |
इन्हीं छोटी-छोटी मगर काम
की बातों के साथ मैं आप सबों को सफलता हेतु और प्राथमिक परीक्षा में अच्छे
प्रदर्शन की दुआ करता हुआ विदा लेता हूँ.
शुभकामनाएँ,
केशवेन्द्र कुमार, आईएएस
डायरेक्टर, हायर सेकेंडरी,
केरल