इतिहास विषय अब तक के सिविल सेवा की परीक्षा में निरंतर एक लोकप्रिय विषय के तौर पर अभ्यर्थियों को सफलता दिलाता रहा है, इतिहास के लिए पुस्तकों की संक्षिप्त सूची मैं आपके सामने रख रहा हूँ-
प्राचीन भारत-
के.सी. श्रीवास्तव
-झा एवं श्रीमाली
-IGNOU BA बुक्स
मध्यकालीन भारत-
-हरिश्चंद्र वर्मा-दोनों भाग- हिंदी माध्यम क्रियान्वयन निदेशालय, दिल्ली विश्वविद्यालय या
-सतीश चंद्रा- दो भाग- जवाहर पब्लिशर्स दिल्ली
-इम्तियाज़ अहमद
-IGNOU BA बुक्स
आधुनिक भारत
आधुनिक भारत का इतिहास एक नवीन मूल्यांकन- बी एल ग्रोवर एवं यशपाल - एस चाँद प्रकाशन
-आधुनिक भारत -संपादक- विपिन चन्द्र- अनामिका प्रकाशन, दिल्ली
-पलासी से विभाजन तक और उसके बाद- आधुनिक भारत का इतिहास- शेखर बंदोपाध्याय , अनुवाद- नरेश नदीम, ओरिएंट ब्लैकस्वान प्रकाशन
-IGNOU BA बुक्स
-
विश्व इतिहास
-जैन एवं माथुर
-लालबहादुर वर्मा
-IGNOU BA बुक्स
गहन अध्ययन के लिए (पुस्तकालय की सहायता से )
यहाँ पर दी हुई सारी पुस्तकों को पढना सिविल सेवा की तैयारी के हिसाब से अनिवार्य नहीं है | हाँ, अगर आपके पास की किसी पुस्तकालय में ये पुस्तकें उपलब्ध हैं तो उपर दिए गए पुस्तकों को पढने के बाद इन पुस्तकों को आप संक्षेप में पढ़ सिविल सेवा के हिसाब से जरुरी अंशों के नोट्स बना सकते हैं |
प्राचीन भारत की संस्कृति एवं सभ्यता- डी डी कौशाम्बी- अनुवादक गुनाकर मुले- ईशान प्रकाशन, दिल्ली
भारतीय लिपियों की कहानी - गुणाकर मुले- राजकमल प्रकाशन
भारत का इतिहास- रोमिला थापर- राजकमल प्रकाशन
प्राचीन भारत- डॉ रमेशचंद्र मजुमदार-मोतीलाल बनारसीदास प्रकाशन
मध्यकालीन भारत- विद्याधर महाजन- एस चाँद प्रकाशन
आधुनिक भारत का इतिहास- संपादक- डॉ आर एल शुक्ल - हिंदी माध्यम क्रियान्वयन निदेशालय, दिल्ली विश्वविद्यालय
आज का भारत- रजनी पामदत्त - अनुवादक- आनंदस्वरूप वर्मा- मैकमिलन प्रकाशन
किताबों की यह सूची मात्रा सांकेतिक है, मेरा मानना है की किताबों से आप कितना ग्रहण कर पा रहे हैं वो ज्यादा महत्वपूर्ण है. एक ही विषय पर कई सारी स्तरीय किताबें हो सकती हैं, एक बार पूरे पाठ्यक्रम को किसी एक किताब से समाप्त करने के बाद Question बैंक को देखते हुए आप खुद का आकलन कर सकते हैं और अपनी जरुरत के हिसाब से और किताबें ले सकते हैं. अगर आपके आस-पास कोई अच्छी library हो तो कुछ topics की तैयारी के लिए आप उसकी मदद ले सकते हैं. साथ ही, इतिहास विषय की तैयारी करते हुए कांसेप्ट को clear रखने पर पूरा ध्यान दे और थोड़ा अपनी कल्पनाशीलता की मदद लेकर उस युग को अपनी आँखों के आगे जीवंत करने का प्रयास kare. इससे तैयारी आपके लिए मजेदार हो उठेगी.
शुभकामनाओं के साथ,
केशवेन्द्र
प्राचीन भारत-
के.सी. श्रीवास्तव
-झा एवं श्रीमाली
-IGNOU BA बुक्स
मध्यकालीन भारत-
-हरिश्चंद्र वर्मा-दोनों भाग- हिंदी माध्यम क्रियान्वयन निदेशालय, दिल्ली विश्वविद्यालय या
-सतीश चंद्रा- दो भाग- जवाहर पब्लिशर्स दिल्ली
-इम्तियाज़ अहमद
-IGNOU BA बुक्स
आधुनिक भारत
आधुनिक भारत का इतिहास एक नवीन मूल्यांकन- बी एल ग्रोवर एवं यशपाल - एस चाँद प्रकाशन
-आधुनिक भारत -संपादक- विपिन चन्द्र- अनामिका प्रकाशन, दिल्ली
-पलासी से विभाजन तक और उसके बाद- आधुनिक भारत का इतिहास- शेखर बंदोपाध्याय , अनुवाद- नरेश नदीम, ओरिएंट ब्लैकस्वान प्रकाशन
-IGNOU BA बुक्स
-
विश्व इतिहास
-जैन एवं माथुर
-लालबहादुर वर्मा
-IGNOU BA बुक्स
गहन अध्ययन के लिए (पुस्तकालय की सहायता से )
यहाँ पर दी हुई सारी पुस्तकों को पढना सिविल सेवा की तैयारी के हिसाब से अनिवार्य नहीं है | हाँ, अगर आपके पास की किसी पुस्तकालय में ये पुस्तकें उपलब्ध हैं तो उपर दिए गए पुस्तकों को पढने के बाद इन पुस्तकों को आप संक्षेप में पढ़ सिविल सेवा के हिसाब से जरुरी अंशों के नोट्स बना सकते हैं |
प्राचीन भारत की संस्कृति एवं सभ्यता- डी डी कौशाम्बी- अनुवादक गुनाकर मुले- ईशान प्रकाशन, दिल्ली
भारतीय लिपियों की कहानी - गुणाकर मुले- राजकमल प्रकाशन
भारत का इतिहास- रोमिला थापर- राजकमल प्रकाशन
प्राचीन भारत- डॉ रमेशचंद्र मजुमदार-मोतीलाल बनारसीदास प्रकाशन
मध्यकालीन भारत- विद्याधर महाजन- एस चाँद प्रकाशन
आधुनिक भारत का इतिहास- संपादक- डॉ आर एल शुक्ल - हिंदी माध्यम क्रियान्वयन निदेशालय, दिल्ली विश्वविद्यालय
आज का भारत- रजनी पामदत्त - अनुवादक- आनंदस्वरूप वर्मा- मैकमिलन प्रकाशन
किताबों की यह सूची मात्रा सांकेतिक है, मेरा मानना है की किताबों से आप कितना ग्रहण कर पा रहे हैं वो ज्यादा महत्वपूर्ण है. एक ही विषय पर कई सारी स्तरीय किताबें हो सकती हैं, एक बार पूरे पाठ्यक्रम को किसी एक किताब से समाप्त करने के बाद Question बैंक को देखते हुए आप खुद का आकलन कर सकते हैं और अपनी जरुरत के हिसाब से और किताबें ले सकते हैं. अगर आपके आस-पास कोई अच्छी library हो तो कुछ topics की तैयारी के लिए आप उसकी मदद ले सकते हैं. साथ ही, इतिहास विषय की तैयारी करते हुए कांसेप्ट को clear रखने पर पूरा ध्यान दे और थोड़ा अपनी कल्पनाशीलता की मदद लेकर उस युग को अपनी आँखों के आगे जीवंत करने का प्रयास kare. इससे तैयारी आपके लिए मजेदार हो उठेगी.
शुभकामनाओं के साथ,
केशवेन्द्र
it is very good for ias student
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