शनिवार, 22 अगस्त 2009

सिविल सेवा सामान्य-अधययन पत्र केलिए पुस्तक सूची

साथियों, सिविल सेवा के लिए सामान्य अधययन पत्र की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण पुस्तकों की सूची मैं यहाँ दे रहा हूँ। यह सूची प्राम्भिक एवं मुख्य परीक्षा के पाठ्यक्रम को आच्छादित करती है। हाँ, पर यह सूची बस सांकेतिक है, एक-एक विषय पर अभी ३-४ स्तरीय किताबें उपलब्ध हैं, आपको उस बुक को चुनना है जो आपको पढने और समझने में अच्छी लग रही हो। आपको यह ध्यान में रखना है की आपको सिलेबस तैयार करना है न की किताबे। किताबो से वे ही चैप्टर पढ़े जो सिलेबस में पढने हो।
एक बार सिलेबस को समाप्त करने के बाद आप किसी भी नई किताब को देखकर यह पता कर सकते हैं की उसमे आपके कामका और कुछ है या नही। वैसे NCERT की ९,१०,११,१२ क्लास की किताबों को आप आंख मूंदकर सामान्य अधययन का आधार बनाने के लिए प्रयोग कर सकते हैं.
१.इतिहास हेतु
-आधुनिक भारत- यशपाल एवं ग्रोवर
-स्वाधीनता संग्राम-विपिन चंद्र
-आजादी के बाद का भारत- विपिन चंद्र
-प्रतियोगिता दर्पण -कला-संस्कृति अतिरिक्तांक
-प्राचीन एवं मध्यकालीन भारत- प.द.अतिरिक्तांक (सिर्फ़ प्रारंभिक परीक्षा हेतु)

२.भूगोल हेतु

-Atlas- Oxford Student's Atlas या हिमालय एटलस
-११ एवं १२ की NCERT की बुक या भारत का भूगोल-खुल्लर
-प्रतियोगिता दर्पण भूगोल अतिरिक्तांक प्राम्भिक परीक्षा के लिए

३.प्रशासन एवं संविधान
-भारतीय राज्यव्यवस्था-लक्ष्मीकांत
-हमारा संविधान- सुभाष कश्यप या बासु

४.अर्थशास्त्र एवं भारतीय अर्थव्यवस्था
-प्रतियोगिता दर्पण का भारतीय अर्थव्यवस्था अतिरिक्तांक
-भारतीय अर्थव्यवस्था- रुद्रदत्त व् सुन्दरम

५.विज्ञान/ विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी
_प्राम्भिक परीक्षा हेतु-
NCERT ९,१० की बुक
-प्रतियोगिता दर्पण का सामान्य विज्ञानं अतिरिक्तांक
_मुख्य परीक्षा हेतु
भारत में विज्ञानं एवं प्रोद्योगिकी- टाटा मैक्ग्राहिल या विवास पैनोरमा या सिविल सर्विसेस क्रोनिकल प्रकाशन की -कोई एक
-विज्ञानं प्रगति पत्रिका के नवीनतम साल-दोसाल के अंक
-कंप्यूटर पर संक्षिप्त टिप्पणी युक्त कोई बुक

६.अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध / भारत के विदेश सम्बन्ध
-२१वी शताब्दी में अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध -पुष्पेश पन्त
-अंतर्राष्ट्रीय संगठन- पुष्पेश पन्त
-सिविल सेवा हेतु समर्पित पत्रिकाओं के अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध / भारत के विदेश सम्बन्ध विशेषांक

७.गणित एवं तर्कशक्ति-
प्रतियोगिया दर्पण अतिरिक्तांक

८.सांख्यिकी -
प्राम्भिक सांख्यिकी एवं भारतीय आर्थिक विकास -टी.आर.जैन एवं वि.के.ओहरी।
या NCERT की सांख्यिकी की ११ की बुक


सफलता की शुभकामनाएँ के साथ-
केशवेन्द्र- आईएस, KERALA SAMVARG , २००८ बैच

बुधवार, 12 अगस्त 2009

सिविल सेवा मुख्य परीक्षा निबंध-पत्र : क्या लिखे, कैसे लिखे

मुख्य परीक्षा के निबंध पत्र के बारे में बहुत सारे छात्र शंकित रहते हैं की क्या लिखना है और कैसे लिखना है? बहुत सारे छात्र इस पत्र को गंभीरता से नही लेते पर यह ध्यान रखे की निबंध पत्र के अंक बहुत बार आपकी सफलता को निर्धारित करते हैं। निबंध में 200 में कोई 50 अंक लाता है तो कोई 150। अब आप सोच सकते हैं की निबंध के अंकों का क्या महत्व है? वर्ष 2013 से नए बदलावों के साथ निबंध पत्र के अंक 250 कर दिए जाने से इसकी महत्ता  और आपको सफलता दिलाने में इस पत्र की भूमिका और भी बढ़ गयी है |

निबंध पत्र के साथ एक और दिक्कत जो छात्रों के सामने आती है वो यह है की पुराने प्रश्नपत्र उपलब्ध नही हो पाते। वैसे, अब यूपीएससी की वेबसाइट पर कुछ वर्षों के निबंध के प्रश्न पत्र उपलब्ध है | खैर जहाँ तक निबंध के विषयों की बात है तो सामान्यतः  6 दिए गए विषयों में आपको किसी एक विषय पर 3 घंटों में एक निबंध लिखना होता है। पिछले वर्ष बस 4 विषयों का ही विकल्प दिया गया था शब्द- सीमा का कोई उल्लेख नही होता पर सामान्यतः  अपने निबंध को 2500 शब्दों के आस-पास रखे |

वर्ष 2015 से नए पैटर्न में 1000-1200 शब्दों में दो निबंध लिखने हैं | खंड क में चार विषयों में से किसी एक पर और फिर खंड ख के चार विषयों में से किसी एक पर निबंध लिखना है |

निबंध के विषयों में काफी विविधता होती है और हर एक निबंध अलग-अलग क्षेत्र से होता है। सो यहाँ हर किसी के लिए गुंजाईश है। सामान्यतया समसामयिक मुद्दे, भारतीय समाज और अर्थव्यवस्था से जुड़े मुद्दे, अंतर्राष्ट्रीय मुद्दे, सामाजिक मुद्दे, साहित्यिक- दार्शनिक -चिन्तनपरक विषय से   निबंध के विकल्प दिए जाते हैं |  आपको देखना है की आप किस विषय पर सबसे अच्छा और सबसे हटकर अपने आपको अभिव्यक्त कर सकते हैं।

निबंध लिखने की शैली की जहाँ तक बात है तो वो हर किसी के लिए अलग-अलग होती है। आपको अपनी शैली ख़ुद से निखारनी होगी। बेहतर यह है की आप एक नोटबुक बनाकर उसमे निबंध के लिए महत्वपूर्ण 10-15 सदाबहार मुद्दे और 20-25 समसामयिक मुद्दों के लिए ढांचा तैयार करले। इसके अर्न्तगत आप सामान्य अध्ययन में दिए गए कुछ सामाजिक मुद्दों, पर्यावरण सम्बंधित मुद्दों को भी निबंध के लिए तैयार कर ले सकते है। आपको चुने हुए विषयों पर जो भी जानकारी पत्र-पत्रिकाओं या किताबों से मिलती है उसे आप अपनी नोटबुक में जगह देते चले। जरुरी आंकड़े, उद्धरण, काव्य पंक्तियाँ, वर्त्तमान व सटीक उद्धरण ये सब जहाँ से भी मिले उसे आप सम्बंधित निबंध के अर्न्तगत नोट करते चले।

साथ ही, किसी भी विषय पर मौलिक, तार्किक सोचने और अपने विचारों को सरल-सहज प्रवाहमयी भाषा में  प्रभावी ढंग से रखने के लिए मेहनत करे | यह न केवल आपको निबंध के पत्र एवं सामान्य अध्ययन के दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों को हल करने में मदद करगी वरन जीवन में भी पग-पग पर आपकी मदद करेगी |

निबंध पत्र के लिए कुछ जरुरी पत्र - पत्रिकाओं की सूची मैं दे रहा हूँ-
*कुरुक्षेत्र
*योजना
*विज्ञान प्रगति
*आहा, जिन्दगी
*कथन (त्रैमासिक)
*इंडिया टुडे, आउटलुक के कुछ महत्वपूर्ण अंक
* हिन्दू पत्र एवं फ्रंटलाइन (दोनों अंग्रेजी के हैं) के आलेख
*सिविल सेवा से सम्बंधित पत्रिकाओं के आलेख
* समाचार पत्रों के सम्पादकीय पृष्ठ के आलेख।

यह सूची आरंभिक मार्गदर्शन के लिए है, जैसे- जैसे आप अपनी तैयारी में गहरे उतरते जायेंगे, आपको ख़ुद-बखुद जरुरी-गैरजरूरी का फर्क समझ अत जाएगा। हंस की तरह नीर-क्षीर विवेक आपको सूचनाओं के ढेर और भाषा की भूलभुलैयाँ में से अपने कम की सामग्री चुनने में मदद करेगा। और हाँ, सीधी- सादी दिल को छू जाने वाली भाषा में लिखे। परीक्षक भी आपसे प्रसन्न हुए बिना नही रह पायेगा.

सोमवार, 3 अगस्त 2009

रणनीति की जरुरत

सिविल सेवा को निकालने की लिए जो सबसे जरुरी चीज है, वो है आपकी रणनीति। यह ऐसी परीक्षा है जिसे आप किसी के सहारे नही उत्तीर्ण कर सकते। आपका आत्मविश्वास, आपकी इच्छा-शक्ति, आपकी अन्तः-प्रेरणा ही आपको सफलता तक ले जा सकती है। इस सेवा को निकलने के पीछे अगर आप कोई बड़ी प्रेरणा ले कर चल रहे हैं तो वो जरुर आपको मदद पहुंचायेगी। यह प्रेरणा अपने माता-पिता को ख़ुशी देने की हो सकती है, समाज सेवा की हो सकती हैं, देश के लिए कुछ करने की हो सकती है, अपने आपको समाज की नजरों में साबित करने की जरुरत की की हो सकती है, या फ़िर अपने प्रेम को पाने की हसरत आपको इस सेवा को निकालने को प्रेरित कर सकती है।

चलिए, अब ठोस सुझावों पर आया जाए। आपकी रणनीति तो आपको ख़ुद बनानी है, मैं बस कुछ सुझाव दे रहा हूँ-

*एक नोट बुक ले कर उसमे आप सिविल सेवा के बारे में आपको जो भी जानकारी पत्र-पत्रिकाओं से या सफल लोगों के साक्षात्कार से या इन्टरनेट से  मिलती है, उसे नोट करते चले। जानकारी प्रासंगिक होनी चाहिए।

*यूपीएससी की वेबसाइट http://www.upsc.gov.in/ को अपने ध्रुवतारे की तरह व्यवहार करे | इस वेबसाइट से एग्जामिनेशन खंड में जाकर परीक्षा की नोटिफिकेशन और सुधार को ध्यान से पढ़े और डाउनलोड कर ले  यदि आपके पास रोजगार समाचार का समबद्ध अंक नहीं है | इसके साथ ही इस वेबसाइट से पिछले साल के प्रश्नपत्र और उनके उत्तर (कुछ ही पत्रों के लिए उपलब्ध ) को देखे | यह आपको इस परीक्षा के बारे में सबसे प्रामाणिक  जानकारी प्राप्त करने में मदद करेगा |

*परीक्षा के सिलेबस एवं क्वेश्चन बैंक को अपने कंपास की तरह व्यव्हार करे जो आपको सिविल सेवा की तैयारी की भटकन भारी राह में दिशाबोध कराएगा |

*अपने ऑप्शनल विषय को पुरी सतर्कता के साथ अपनी रूचि, पाठ्य-सामग्री की उपलब्धता, प्रश्नों की प्रकृति, स्कोरिंग जैसे मुद्दों को ध्यान में रख कर चुने। सुझाव सबसे ले पर करे अपने मन की। हमेशा ध्यान रखे की विषय महत्वपूर्ण नही है, महत्वपूर्ण है आपकी उसपर पकड़ और आपकी सफलता।

नए पैटर्न के अनुसार अब आपको एक ही वैकल्पिक विषय चुनना है, अतः वही विषय चुने जिसपर आपकी अच्छी पकड़ हो या जिसमें आपकी रूचि हो |

*प्राम्भिक और मुख्य परीक्षा के हर अंग के लिए अपनी रणनीति तैयार करे, देखे की आपकी मजबूती क्या है, आपकी कमजोरी क्या है। अपनी मजबूतियों पर ध्यान केंद्रित कर अपनी रणनीति बनाये और अपनी कमजोरियों को धीरे- धीरे घटाते हुए उन्ही भी अपनी मजबूतियों में बदलने का प्रयास करे।

*उदहारण के लिए मैं आपको अपनी रणनीति बता रहा हूँ, अपनी तैयारी के समय मैं रेलवे मैं कार्यरत था।( 2007-08) सो, मुझे कम समय में अपनी तैयारी पुरी करनी थी। मैंने प्राम्भिक परीक्षा में ऑप्शनल विषय पर अपना ध्यान केंद्रित करने की योजना अपनाई। मेरा लक्ष्य था की मुझे ऑप्शनल विषय में 300 में  225  और सामान्य अध्ययन में 150 कम से कम 75 अंक लाने हैं। प्राम्भिक परीक्षा के लिए 450 में  300 का लक्ष्य काफी सटीक और सुरक्षित लगा था मुझे। इसी तरह से आप अपने लिए भी लक्ष्य तय कर उसे प्राप्त कर सकते हैं।

परीक्षा के नए बदलावों  के अनुसार अब प्राथमिक परीक्षा में 200 अंकों का सामान्य अध्ययन का पत्र और 200 अंकों का सीसैट है | मुख्य परीक्षा में चार पत्रों का सामान्य अध्ययन 1000 अंकों का है और वैकल्पिक विषय के  500 अंकों के लिए दो पत्र हैं | इसके अलावा निबंध के 250 महत्तवपूर्ण अंक हैं | मुख्य परीक्षा में सफल होने पर 275 अंकों का साक्षात्कार है | इनमें आप सफल उमीदवारों के अंकों को देखते हुए अपने लक्ष्य निर्धारित करे |

*निबंध के लिए भी शुरू से ही तैयारी करते चले। सामान्य अध्ययन के काफी विषय जो सामाजिक मुद्दों से सम्बन्ध रखते हैं, को आप निबंध  के रूप में तैयार कर सकते हैं। इससे आपको इक पंथ,दो काज का फायदा मिलेगा | इक तरफ तो आप निबंध के लिए तैयार रहेंगे और दूसरी तरफ  सामान्य अध्ययन के कुछ विषय काफी गुणवत्ता के साथ तैयार हो जायेंगे |

*तैयारी करते हुए आपका पुरा ध्यान मुख्य परीक्षा पर होना चाहिए। सिविल सेवा की परीक्षा के लिए आपकी परिस्तिथियों को मद्देनजर रखते हुए एक से दो वर्ष के समय की आवश्यकता होती है | इस समय में आपका ध्यान मुख्यतः मुख्य परीक्षा पर केन्द्रित होना चाहिये | प्राम्भिक परीक्षा के लिए परीक्षा के पहले के 6 महीने काफी हैं। वैसे यहाँ भी अपनी जरुरत के अनुसार जरुरी फेरबदल कर सकते हैं, पर इस बात का जरुर ध्यान रखे की प्राम्भिक परीक्षा  के पहले आप एक बार मुख्य परीक्षा की तैयारी  कर चुके हो। यह आपको जरुरी आत्मविश्वास  देगा।
*अपनी जरुरत के अनुसार  महत्वपूर्ण मुद्दों के लिए शोर्ट-नोट्स  तैयार करे | मैंने अपने तथा अन्य कई लोगों के अनुभव से देखा है कि अपने मौलिक संक्षिप्त नोट तैयार कर पढने वाले लोग हमेशा इस परीक्षा में एडवांटेज में रहते हैं |


शुभकामनाओं के साथ,

केशवेन्द्र कुमार, आईएएस